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- Written by S.K. Azad , Edited by Bharat Bhushan
- Category: RSS Media Cell , Jharkhand Wing
पाँचवी अनुसूची एवं झारखंड (संवैधानकि उपबंध एवं प्रक्रिया) पर व्यख्यान माला का आयोजन किया
रांची , 22 फरवरी : आज राँची महानगर के द्वारा Lecture Series में पाँचवी अनुसूची एवं झारखंड (संवैधानकि उपबंध एवं प्रक्रिया) पर व्यख्यान माला का आयोजन किया। भारत के संविधान के अनुच्छेद 244 (1) के तहत संवैधानिक प्रावधान के अनुसार, 'अनुसूचित क्षेत्र' को भारत के संविधान की पांचवीं अनुसूची के पैरा 6 (1) के अनुसार- 'ऐसे क्षेत्रों के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसे राष्ट्रपति के आदेश द्वारा अनुसूचित क्षेत्र घोषित किया गया हो'। एक राज्य के संबंध में "अनुसूचित क्षेत्रों" का विनिर्देश, उस राज्य के राज्यपाल के साथ परामर्श के बाद राष्ट्रपति के एक अधिसूचित आदेश द्वारा होता है। भारत के संविधान की पांचवीं अनुसूची के अनुच्छेद 6 (2) के प्रावधानों के अनुसार, राष्ट्रपति उस राज्य के राज्यपाल के परामर्श से राज्य में किसी भी अनुसूचित क्षेत्र के क्षेत्र में वृद्धि कर सकते हैं; और किसी भी राज्य के संबंध में उन क्षेत्रों को पुनर्परिभाषित करने के लिए नए आदेश दे सकते हैं जिसे अनुसूचित क्षेत्र घोषित किया जाना है। किसी भी परिवर्तन, वृद्धि, कमी, नए क्षेत्रों का समावेश या "अनुसूचित क्षेत्रों" से संबंधित किसी भी आदेश को रद्द करने के मामले में भी यही लागू होता है। वर्तमान में, आंध्र प्रदेश (तेलंगाना सहित), छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और राजस्थान में अनुसूचित क्षेत्र घोषित किए गए हैं।
अनुसूचित क्षेत्र घोषित करने के लिए मानदंड
पांचवीं अनुसूची के तहत किसी भी क्षेत्र को "अनुसूचित क्षेत्र" के रूप में घोषित करने के लिए मानदंड हैं : जनजातीय आबादी की प्रधानता,क्षेत्र की सघनता और उचित आकार,एक व्यवहार्य प्रशासनिक इकाई जैसे जिला, ब्लॉक या तालुक, और पड़ोसी क्षेत्रों की तुलना में क्षेत्र का आर्थिक पिछड़ापन।
मुख्य अतिथि के रूप में Son of Soil श्री शीतल उरांव जी सेवानिवृत्त IPS, मुख्य वक्ता श्री शिवशंकर उरांव पूर्व विधायक गुमला, अतिथि डॉ. प्रदीप मुण्डा जी Ph.D. in Indian Capital Market Management department BIT Mesra , अभाविप के प्रदेश अध्यक्ष प्रो.नाथु गाड़ी,प्रदेश जनजातीय छात्र प्रमुख श्री सोमनाथ भगत, प्रदेश संगठन मंत्री श्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, राँची विश्वविद्यालय छात्रसंघ उप सचिव बरखा कुजूर जी के द्वारा के धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा,मां सरस्वती,स्वामी विवेकानंद जी चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में मंच संचालन राँची विश्वविद्यालय PG छात्र संघ के सचिव श्री राहुल मुंडा जी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में राँची ज़िला के महाविद्यालय, विश्वविद्यालय विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से 350 से अधिक जनजातीय छात्र-छात्राएँ उपस्थित हुए।