आरएसएस और विहिप ने महाराष्ट्र में दो संतों की हुई हत्या में शामिल दोषियों को सजा देने की मांग की
रांची , 23 अप्रैल : महाराष्ट्र के पालघर जिले में हुई दो संतों व उनके चालक की निर्मम हत्या की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं विश्व हिंदू परिषद ने कङी निंदा की है। आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने बयान जारी कर कहा है कि जूना अखाड़ा के संत महंत कल्पवृक्ष गिरी व सुशील गिरी की निर्मम हत्या काफी निंदनीय है। महाराष्ट्र सरकार इस पूरे षड्यंत्र को उजागर करे। साथ ही वास्तविक दोषियों को गिरफ्तार कर सभी को सजा दिलाने का काम करे। वहीं विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि पालघर की घटना के पीछे पूरी तरह हिंदू विरोधी सुनियोजित षडयंत्र है। इस घटना में जो भी शामिल हैं उन सभी दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए़। उधर विहिप के संतों के मार्गदर्शक मंडल ने गुरुवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मिलकर. घटना की सीबीआई से जांच कराने की मांग की।
गुरुवार को मिलिंद परांडे ने कहा कि घटना के अनेक चौकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। इसकी पूरी जांच करने के बाद हत्यारों के साथ-साथ षड्यंत्रकारियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई आवश्यक है। यह जांच का विषय है कि लाकडाउन के बाद भी मध्य रात्रि में इतनी बड़ी संख्या में लाठी और पत्थर लेकर भीड़ को किसने बुलाया । संतों की हत्या के लिए भीड़ को भड़काने वाले कौन लोग थे। पुलिस ने प्राथमिकी में घटना को पूर्व सुनियोजित षडयंत्र बताया है, फिर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना को गलतफहमी करार इस केस के महत्व को कम क्यों करना चाहते हैं। इस घटना के बाद भी देश का एक वर्ग चुप क्यों है। क्या मरने वाले हिंदू साधू हैं इसलिए। परांडे ने कहा कि इस घटना के प्रमुख पांच आरोपित वामपंथी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता है । इस इलाके के जो आदिवासी हैं उन्हें वामपंथी लोग भड़काने का काम कर रहे हैं । इसलिए विश्व हिंदू परिषद मांग करती है कि इस घटना के दोषी सभी लोगों को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का काम सरकार जल्द से जल्द करें और घटना के पीछे जो षड्यंत्र रची गई है उसे उजागर करने का काम करें।