: vskjharkhand@gmail.com 9431162589 📠
पश्चिम बंगाल , 16 दिसंबर  2018 : पश्चिम बंगाल में तीन दशकों तक वाम मोर्चे की सरकार रही। उस काल खंड में मुस्लिम तुष्टिकरण का राष्ट्र घातक गन्दा Bharat VSK 16 12 18 खेल पूरे कार्यकाल में लेफ्ट पार्टियो ने बखूबी अंजाम दिया। करोड़ों अवैध बांग्लादेशियों को बसाया गया,उनके वोटर्स कार्ड बनाकर थोक वोट बैंक तैयार किया गया और विकास के नाम पर बीमारू गरीब राज्य से बाहर बंगाल ना आ सका। परिवर्तन के नाम पर कभी कांग्रेस में रही ममता बनर्जी ने जब सत्ता संभाला तब से जिहाद रूपी राक्षस पुनः कश्मीर दुहराने की मंशा से पूरे बंगाल में खूनी खेल शुरू कर दिया गया। मजहब विशेष के लोग बंगाल में आये दिन कत्लेआम कर रहे हैं लेकिन इसपर कोई ढोंगी सेकुलर नहीं चिल्लायगा! मुस्लिम वोट बैंक के बढ़ावा देने के फेर में भारत का बड़ी तेजी से इस्लामीकरण किया जा रहा है जिसमे कश्मीर एक जीता जागता उदाहरण है और अब बंगाल उसी दिशा में बढ़ रहा है।
बंगाल सरकार का टारगेट वोट बैंक के लिए मुस्लिम तादात बढ़ाना :  जहां-जहां मजहब विशेष की संख्या बढ़ रही है वहां-वहां हिंसा भी बढ़ रही है। पॉपुलेशन Bharat VSK 16 12 18जिहाद,और मजहब के नाम पर देश को कब्जा करने के षड्यंत्र खुल्लमखुल्ला लोग खेल रहे हैं। आजादी के काल से कांग्रेस के पापपूर्ण नीतियों ने भारत में अधूरे मजहबी विभाजन कराकर भारत में भावी मजहबी विभाजन के बीज छोड़कर देश को बहुत बुरी अस्वस्था में खड़ा कर दिया गया। भारत का मजहबी,साम्प्रदायिक विभाजन 1947 में पक्षपातपूर्ण रहा। आबादी का पूर्ण दबादला ना कराकर नेहरू और गांधी ने माँ भारती के साथ बहुत बड़ा धोखा किया। पीठ में छुरा घोंप दिया उन्होंने भारत के ऊपर। आज बंगाल में नित दिन हिंदुओं की हत्या लोग कर रहे हैं। बंगलादेशियों को बसाकर बंगाल को असंतुलित कर रही ममता सरकार। ये लोग कौन हैं? सवाल गम्भीर है, मजहब विशेष के लोगों की आबादी बढ़ने के साथ ही ग़ैरमुस्लिमो के खिलाफ हिंसा,खूनी खेल क्यों शुरू हो जाती है? कभी भी इस पर देश मे कोई आवाज क्यों नहीं उठाया जाता? सिर्फ और सिर्फ वोट बैंक के चलते लोग आतंकी करतूतों पर चुप्पी साधे हुए हैं। कश्मीर का दर्द तो कांग्रेस ने दे दिया ऊपर से तुष्टिकरण के गन्दा खेल से आतंकवाद को कश्मीर में कांग्रेस पार्टी उनके समथर्क बढ़ावा देते रहे। ममता बनर्जी आतंकवादियों को संरक्षण दे रही है। आतंकी सोच वालों को टिकट देकर जनप्रतिनिधियों का दर्जा देती रही आज उसी का परिणाम है कि, बंगाल आतंक का अड्डा बन रहा है। उपर्युक्त सभी दृश्यों को बंगाल में आप दर्शन कर सकते हैं। अभी तो हिंदुओं को बंगाल से भागना पड़ रहा है! 1990 के दशक में कश्मीर में भी तो यही हुआ था ना? अथार्त बंगाल में अभी जिहाद का नंगा नाच शुरू हो गया है। जेहादी शक्तियाँ मानव सभ्यता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। इतिहास पलट कर देख लीजिए ऐसा कोई भी एक देश का उदाहरण आप बता दीजिए जो शांति से है जहां कहीं भी जिहाद का जहर फैला हो। वहां सिर्फ और सिर्फ मानवता पर खूनी खेल चल रहा है। कोई भी जिहादी सोच वाले देश में शांति, अमन चैन दूर-दूर तक भी नहीं। अब भारत को भी जिहाद निगलना चाहता है। कश्मीर के बाद बंगाल आज इसका चारागाह बना हुआ है। ममता बनर्जी की सरकार ने तो खुल्लम खुल्ला बंगाल को मुस्लिम स्टेट बनाने के गुप्त एजेंडे के तहत कार्य कर रही है। जब से वो सत्ता में आई है बंगाल में हिन्दू त्योहारों,उत्सवों को मनाना ही खतरनाक हो गया है। ममता ने मजहब विशेष को वोट बैंक के लिए संरक्षण देने के लिये कलकत्ता में दशहरा,पूजा विषर्जन जुलूस को निकलने से कई बार रोक दिया था लेकिन राज्य के उच्च न्यायालय ने ममता बनर्जी के बाबर और तुगलकी सोच को दरकिनार कर दिया तब जाकर कलकत्ता में दुर्गा पूजा मनाया गया। ऐसा क्यों है? यही पापी मानसिकता,साम्प्रदायिकता के जहर में डुबकी लगाने वाले लोग जब खुद को सेकुलर कहते हैं तब देश को सच का पता चलता है आखिर देश को मजहबीकरण व इस्लामीकरण करने के गुप्त एजेंडे के तहत किस कदर मुट्ठी भर लोग साम्प्रदायिक चादर ओढ़ कर खुद को धर्मनितपेक्षता का मसीहा साबित करने आगे आते हैं जो वास्तव में घोर साम्प्रदायिक है,जिसकी पूरी जिंदगानी ही साम्प्रदायिकता में रही वो आज खुद सेकुलर कहते हैं । 
रोहिंग्या समुदाय को बंगाल में बसाना आत्मघाती : बंगाल में रोहिंग्या समुदाय को ममता बसा रही है तो सीधा जानिए वो भारत में अगले मजहबी विभाजन का बीजारोपण कर रही है। जैसा 1947 में नेहरू और गांधी ने भारत के अधूरे साम्प्रदायिक विभाजन ने भारत के भीतर मजहबी विभाजन का बीजारोपण उन्होंने कर दिया था। ठीक उसी परिपाटी के नेहरू व कांग्रेस के नीतियों और एक देश में सभी धर्मों के लिये एक संविधान होना चाहिए था। एक कानून ना होकर वोटबैंक के लिए मुस्लिम समुदाय के लिए अलग से पर्सनल लॉ को भी बढ़ावा देना सिर्फ और सिर्फ भारत को मुस्लिम मुल्क की ओर धकेलने का कांग्रेस के गुप्त एजेंडे में रहा। आज कश्मीर,असम और बंगाल की स्थिति अत्यंत ही खतरनाक है। बंगाल में तो समझिए दानवी शक्तियाँ मानवता पर कहर बरपा रही हैं। इसे रोकने वाला आज कोई भी नहीं। सबकी सत्ता की चाशनी चाहिए देश को बचाने के लिए कौन आगे आएगा? बंगाल के कोने-कोने में आतंकी ठिकाने को कौन बचाएगा? बंगाल में बारूद रोप रही है ममता मनर्जी। एक दिन वो बहुत ही भयानक रूप से सामने आएगा। तब पश्चिम बंगाल एक नया कश्मीर बनकर तैयार हो जाएगा जहां दानवी प्रवृत्ति हावी होगी। जहां देश के सेना पर पत्थर फेका जाएगा,पाकिस्तानी झंडे गाड़े जायँगे,जिहादी गीत हर दिन सुनने को मिलेगा जो आज कश्मीर में हो रहा कल वो बंगाल में होगा। बंगाल पूरी तरह जिहाद के चपेट में है। इससे मानवता को भारी खतरा है। जिहादी सोच ही मानवता के लिए,मानव सभ्यता के लिए खतरनाक है। जिहाद के नाम पर लोग आतंकी कैम्प चला रहे हैं कश्मीर में,भारत के खिलाफ लोग नस्ल तैयार कर रहे है, ऐसे लोग पॉपुलेशन जिहाद के माध्यम से देश हड़पने के लिए,मुस्लिम मुल्क की ओर भारत को तेजी से साजिशन धकेला जा रहा है। कश्मीर के बाद बंगाल इसका जीवंत उदाहरण है। बड़ी तेजी से जनसंख्या बढ़ रहे हैं ये भारत के खिलाफ एक खुला षड्यंत्र का प्रतीक है। जहां भी जिहाद की आग फैली वहाँ लोग रोने को मजबूर हैं। खून की होली में व्यस्त रहते हैं जिहादी देशें! कश्मीर और बंगाल पर पैनी,गहरी दृष्टि दौड़ाइये,जाइये घूम आइए दुबारा जाने का मन नहीं करेगा। बाहर के लोगों की तो बात छोड़िए स्थानीय लोग कश्मीर और बंगाल में खून की आंसू रोने को मजबूर हैं,घर बार छोड़ने को मजबूर हैं! ये है जिहाद की आग! सबके सामने ये एक जीवंत सच है।

Kindly visit for latest news 
: vskjharkhand@gmail.com 9431162589 📠 0651-2480502