अमृतसर (विसंके) 22 अक्तूबर : अमृतसर हादसे को लेकर राजनीतिक दलों में एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। दोष स्वीकार करने को कोई तैयार नहीं है। पीड़ितों की सहायता करना तो दूर उनका हाल पूछने की फुरसत नहीं है। यह हादसे के बाद का एक दुःखद व शर्मनाक पक्ष है। इसके विपरीत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक बिना किसी चर्चा, शोर-शराबे के पहले दिन से राहत व सेवा कार्य में जुटे हुए हैं। पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं।विजयादशमी के दिन अमृतसर महानगर कार्यवाह कंवल कपूर जी को ज्यों ही दुर्घटना की सूचना मिली, उन्होंने तत्काल स्वयंसेवकों की टोली को सक्रिय कर दिया। दुर्घटनास्थल अमृतसर के शिवाला नगर में स्थित है, वहां के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में चालीस खूह वाली शाखा के 50 तथा पूरे महानगर की विभिन्न शाखाओं से लगभग सवा सौ स्वयंसेवक मौके पर पहुंच गए।दुर्घटनास्थल पर तत्काल राहत एवं बचाव कार्य चलाने के लिए स्वयंसेवकों को तीन टोलियों में बांटा गया। तीनों टोलियों को क्रमशः रामबाग सिविल अस्पताल, श्री गुरु नानक सिविल अस्पताल मजीठा रोड, सिविल अस्पताल अवालेयांवाला भेजा गया।
स्वयंसेवकों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की, साथ ही उनके परिजनों के लिए चाय-पानी की भी व्यवस्था की , खून के लिए रक्तदान हेतु स्वयंसेवकों की पंक्तियां लग गईं। इस बीच प्रांत प्रचारक प्रमोद कुमार जी भी मौके पर पहुंचे, जिनके नेतृत्व में सारी रात राहत एवं बचाव कार्य चलता रहा। सेवा भारती की ओर से अस्पताल में मरीजों के लिए दवाई व नाश्ते पानी की व्यवस्था शुरू की गई। महानगर कार्यवाह कंवल जी ने बताया कि पीड़ित परिवारों के लिए दीर्घगामी राहत योजना चलाई जा रही है, जिसके लिए समिति का गठन किया गया है। यह समिति पीड़ित परिवारों के लिए जनसहयोग से आर्थिक सहायता, सरकारी सहायता के लिए दस्तावेज पूरे करवाने, सरकारी औपचारिकताएं पूरी करवाने का काम करेगी। पीड़ित परिवारों की गली के अनुसार पालकों को जिम्मेवारी सौंपी जाएगी, ताकि भविष्य में इन परिवारों की सहायता की जा सके। इस कार्य के लिए संघ ने अस्थाई तौर पर एक कार्यालय भी स्थापित किया हैराहत एवं बचाव कार्य में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैलफेयर सोसाइटी, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति, खालसा एड सहित अनेक सामाजिक, धार्मिक संगठन भी भरपूर सहयोग कर रहे हैं. संघ के कार्यकर्ता पीड़ितों के घर जाकर सांत्वना जता रहे हैं, साथ ही परिजनों से निरंतर संपर्क भी बनाए हुए हैं।