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- Written by S.K. Azad , Edited by Bharat Bhushan
- Category: RSS Media Cell , Jharkhand Wing
राष्ट्र सेविका समिति का पूरे देश में 1007 स्थानों पर चलाती है निःस्वार्थ सेवा कार्य
रांची, 16 फरवरी : राष्ट्र सेविका समिति की तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारिणी की बैठक रांची अवस्थित सरला बिरला विश्वविद्यालय के सभागार में बैठक के दूसरे दिन प्रांतों से आई प्रतिनिधियों ने अपने-अपने प्रदेश में चलाए जा रहे कार्यों की विवरणी को रखा। कार्यवाहिकाओं ने कहा कि देशहित के लिए संसद द्वारा निर्मित नागरिकता संशोधन अधिनियिम को लेकर शहरों के साथ-साथ गांवों में भी जागरूकता अभियान अपने बहनों द्वारा चलाया जा रहा है। लोगों को सीएए के बारे में बताया जाता है। पूरे देश में आज 1007 स्थानों पर समिति की बहनों द्वारा सेवा कार्य किए जा रहे हैं,जहाँ बहने अपने आर्थिक वृति से समाज के वंचित वर्गों को आगे बढ़ा रही ।अपने वृत निवेदन में प्रतिनिधियों ने बताया कि आज देश के सरकारी 732 और समिति के कार्य सुविधानुसार 937 जिलों में समिति का काम एवं 357 स्थानों पर नियमित शाखाएं लग रही हैं। बैठक का समापन सोमवार दोपहर को होगा।स्मरण रहे झारखंड में पहली बार राष्ट्र सेविका समिति कार्यकारिणी की बैठक हो रही है। इस बैठक में सभी अखिल भारतीय अधिकारी, 12 क्षेत्र एवं 38 प्रांतों की संचालिका एवं कार्यवाहिका, उनकी सहयोगी एवं प्रचारिका भाग ले रही हैं।
बैठक में अपने अनुभव साझा करते हुए असम की कार्यवाहिका ने कहा कि अब तक वहां 950 गांवों में सीएए के समर्थन में संपर्क अभियान चलाया गया। वहां जितना काम राज्य सरकार नहीं कर पाई उससे ज्यादा राष्ट्र सेविका समिति की बहने कर रही हैं। संपर्क चलाने के लिए टीम में एक वकील एवं एक पूर्णकालिक बहनें हैं।
पर्यावरण, सुरक्षा एवं सेवा पर हुई चर्चा : बैठक में पर्यावरण, महिलाओं की सुरक्षा एवं सेवा के कामों पर चर्चा हुई। प्रमुख कार्यवाहिका ने कहा कि समिति की बहनों को पर्यावरण की सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है। पूरे देश में यह समस्या बनती जा रही है। लोगों को इसके लिए जागरूक करना होगा। जल संरक्षण के लिए अभियान चलाना होगा। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी बैठक में चिंता व्यक्त की गई। जहां तक सेवा की बात है तो कहा गया कि समिति की बहनों की ओर से पूरे देश में 289 स्थानों पर शिक्षा, 154 स्थानों पर स्वास्थ्य एवं 140 स्थानों पर महिलाओं को स्वाबलंबी बनाने का काम चल रहा है। गरीब लड़कियों के लिए छात्रावास चलाए जा रहे हैं।
देश की वर्तमान स्थिति एवं परिवार प्रबोधन पर भी होगी चर्चा : सूत्रों के अनुसार इस बैठक में देश की वर्तमान स्थिति, महिलाओं की सुरक्षा, परिवार प्रबोधन,अपनी शाखाओं की संख्या बढ़ाना एवं राष्ट्र के नवनिर्माण में महिलाओं की योगदान व परिवार के नीब के रूप में कैसे और भी मजबूत हो इन विषयों पर गहन चिंतन चल रही है।
मतांतरण एवम दलित पिछडो की स्थिति एवं महिला सुरक्षा पर हुई चर्चा पर दूसरे दिन तीन सत्रों में अलग-अलग विषयों पर चर्चाएं हुई। इसमें महिला सुरक्षा, धर्मातरण, लव जिहाद, एवं राष्ट्र की अखंडता महत्वपूर्ण विषय था। झारखंड में मतांतरण सबसे बड़ी चुनौती है। इसे कैसे रोका जाए, इसके लिए समिति की बहनें कार्य करेंगी। लव जेहाद के प्रति लड़कियों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए 14 वर्ष से ऊपर की लड़कियों का एक गु्रप तैयार किया जाएगा, जो कॉलेजों व छात्रावासों में जाकर लड़कियों को सचेत करेंगी।आज एक वर्ग महिलाओं को भी चूड़ी पहने एवं सिंदूर लगाने से मना करते हैं यह भारत की संस्कृति है जिसे कुछ तत्व काटने में लगे हैं। झारखंड में यह बड़ी समस्या है। इसे कैसे रोका जाए, इस पर सभी से सुझाव मांगे गए।