रांची, 15 नवम्बर 2018 : आपका विश्वास, आपका भरोसा ही हमारी ताकत है। आपकी उम्मीदों पर खरा उतरना ही हमारा एकमात्र उद्देश्य है। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि झारखण्ड और तेजी से विकास के पथ पर बढ़ेगा, पूरे देश के लिए हमारा राज्य एक मिसाल होगा, देश के अग्रणी राज्यों में झारखण्ड की गिनती होगी। आज इस पावन दिवस पर हम सब मिलकर सुखी, समृद्ध एवं विकसित झारखंड बनाने की दिशा में कार्य करने का संकल्प लें। हम सब मिलकर एक ऐसे झारखंड का निर्माण करें, जो भ्रष्टाचार, जातिवाद, संप्रदायवाद, वंशवाद से मुक्त हो तथा नागरिकों को गरिमापूर्ण जीवन जीने का अवसर प्राप्त हो। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने मोरहाबादी मैदान में आयोजित राज्य स्थापना दिवस समारोह में यह बात कही।
झारखंड की धरती अनेक वीर सपूतों की जननी : मुख्यमंत्री ने झारखण्ड की सवा तीन करोड़ जनता को भगवान बिरसा मुंडा जयंती और राज्य स्थापना दिवस के अवसर हार्दिक बधाई दी और कहा कि झारखंड राज्य स्थापना दिवस के इस पावन अवसर पर मैं, आप सभी का हार्दिक अभिनन्दन करता हूं तथा राज्य की सवा तीन करोड़ जनता को झारखंड के 19वें स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई देता हूं। आज झारखंड के धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा का जन्म दिवस भी है। इस पावन अवसर पर झारखंड की माटी को गौरवान्वित करने वाले ऐसे वीर सपूत को सर्वप्रथम नमन करता हूं तथा सवा तीन करोड़ जनता की आसर से भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। झारखंड की धरती ऐसे अनेक वीर सपूतों की जननी रही है, जिनके त्याग और बलिदान की संघर्ष गाथा हमें राष्ट्र और राज्य के लिए कुछ करने की प्रेरणा देती है। झारखंड के उन सच्चे सपूतों को मैं शत-शत नमन करता हूं।
आज का युवा विकास चाहता है, सिर्फ विकास : मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी बात आगे बढ़ाने से पहले मैं आपको एक घटना सुनाना चाहता हूं । दो दिन पहले ही मैं जमशेदपुर में एक युवक गगनदीप से मिला जिसका जन्म उसी दिन हुआ था जिस दिन झारखण्ड का सृजन हुआ था। झारखण्ड और गगनदीन एक साथ युवा हुए हैं। जब मैं गगनदीप से मिला ,उसकी उम्मीदें जानीं तो पता चला कि आज का युवा विकास चाहता है, सिर्फ विकास। समाज ,देश और दुनिया की हर घटना पर उसकी पैनी नजर है। वो हर चीज को अपने नजरिए से देख रहा है। वो किसी के बहकावे में नहीं आता है। इसलिए विकास कार्यों को लेकर हम सबकी जिम्मेदारी अब और बढ़ जाती है। ये कहानी सुनाने का एक मकसद है । मकसद ये है कि चाहे कुछ हो जाए,हमें विकास के पथ से रत्ती भर भी नहीं डिगना है, आप सभी के सहयोग से जैसे आज झारखण्ड विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है ,अब इसे और तेजी से आगे लेकर जाना है।
अटल जी ने 15 नवंबर 2000 को झारखण्ड राज्य का उपहार दिया : मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड हम सबका है ,राज्य स्थापना दिवस का ये समारोह भी सवा तीन करोड़ झारखण्डवासियों के लिए खुशियों का पल है। आज रह रहकर मन में स्व अटल बिहारी वाजपेयी जी की स्मृतियां उमड़ रही हैं । तत्कालीन उप प्रधानमंत्री व गृह मंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी जी भी याद आ रहे हैं। उनके साथ अलग राज्य के लिए आंदोलन कर रहे लोग याद आ रहे हैं। हम सबसे प्यारे अटल जी ने 15 नवंबर 2000 को झारखण्ड राज्य का उपहार हमें दिया था ।तबसे कई सरकारें आईं गईं, और ये कोई आरोप प्रत्यारोप नहीं है लेकिन ये एक कड़वा सच है कि हमारे झारखण्ड का जितना विकास होना चाहिए था , वो नहीं हुआ।
झारखण्ड आंदोलनकारियों को पहली बार हमारी सरकार ने सम्मान पेंशन दिए जाने की शुरुआत की : मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड आदोंलनकारियों को सम्मान देने हेतु पहली बार हमारी सरकार ने सम्मान पेंशन की शुरुआत की । इसके तहत माननीय हाईकोर्ट के रिटार्यड जस्टिस की अध्यक्षता में एक आयोग गठित किया है जिसने अबतक 3477 आंदोलनकारियों को चिन्हित कर सूची उपलब्ध करा दी है। उन्हें प्रतिमाह तीन से पांच हजार रुपये पेंशन दी जा रही है। आयोग द्वारा दूसरे आंदोलनकारियों को चिन्हित करने की कार्रवाई भी जारी है।
आप गर्व से कह सकते हैं, हां, मैं झारखण्डवासी हूं : मुख्यमंत्री ने कहा कि 28 दिसंबर 2014 को आपने मुझे राज्य की सेवा की जिम्मेदारी सौंपी, तबसे लेकर आजतक मैं एक दास के तौर पर सवा तीन करोड़ जनता की सेवा में लगा हूं। मैं कोई आकंडों की बात नहीं करुंगा लेकिन ये जरूर कहूंगा कि आज न सिर्फ देश बल्कि दुनियाभर में झारखण्ड की छवि बदल चुकी है। अब कोई झारखण्ड को भ्रष्टाचार या नक्सलवाद के लिए याद नहीं करता । आज पूरी दुनिया में राज्य के विकास की चर्चा होती है। आज आप गर्व से कह सकते हैं, हां, मैं झारखण्डवासी हूं। आज आप पूरी दुनिया में डंके की चोट पर कह सकते हैं कि झारखण्ड सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं हैं, आपका मुख्यसेवक कल भी बेदाग था, आज भी बेदाग है और कल भी बेदाग ही रहेगा।ईमानदारी और सेवा मेरे खून में है और मैं आपसे वादा करता हूं कि चाहे कुछ हो जाए, आपका सर हमेशा गर्व से ऊंचा रहेगा।
देश के लक्ष्य से एक साल पहले ही हमने झारखण्ड खुले में शौच से मुक्त (ODF) हो गया है : मुख्यमंत्री ने कहा कि हमनें झारखंड की मूलभूत समस्याओं यथा बिजली, सड़क, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा, आधारभूत संरचना एवं बेरोजगारी का मामले पर ध्यान केंद्रित किया है। सवा तीन करोड़ झारखण्डवासियों के लिए ये गर्व की बात है कि एक साल पहले ही हमने झारखण्ड को खुले में शौच से मुक्त (ODF) कर दिया है । आज हमारे तीन जिले देवघर,हजारीबाग और लोहरदगा पूर्ण रूप से विद्युतीकृत हो गए हैं। चार जिलों में हम पहले ही हर घर तक बिजली पहुंचा चुके हैं। दिसंबर 2018 तक राज्य का हर कोना बिजली से रोशन होगा। बिजली के क्षेत्र में पिछले चार साल में 117 नए सब स्टेशन, 40 ग्रिड सबस्टेशन का निर्माण कराया है। ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन सुधारने के लिए 4 लाख 27 हजार किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन और 1 लाख 41 हजार 976 किलोमीटर डिस्ट्रीब्यून लाइन का काम खत्म हो चुका है । बिजली का उत्पादन एक बड़ा मुद्दा था। पतरातु में एनटीपीसी के साथ 4000 मेगावाट क्षमतावाले पावर प्लांट का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। मुझे पता है कि अभी राज्य में बिजली की दिक्कत है, हम उसे दूर करने में लगे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने जो किया है, वह आपके सामने है और जो कर रहे हैं, आपसे छुपा नहीं है। आज गांव-गांव, शहर-शहर जन गण मंगल स्वर में झारखंड के विकास के गीत गाये जाने लगे हैं। झारखण्ड का विकास एक सच्चाई है जिसे अब पूरा देश मान रहा है।
- आज विकास वृद्धि दर में झारखण्ड पूरे देश में दूसरे नंबर पर है।
- ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में आपका अपना झारखण्ड देश में चौथे नंबर पर है।
- स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के मामले झारखण्ड पूरे देश में नंबर 1 है।
- अबतक हम 32 लाख से ज्यादा झारखण्डवासियों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर रोजगार की बात करें तो अभी तक एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है जिसमें से 95 फीसदी से ज्यादा लोग झारखण्डवासी हैं। इसके अलावा सखी मंडल के माध्यम से 16 लाख बहनों को स्वरोजगार, मुद्रा लोन के जरिए साढ़े चौदह लाख, कौशल विकास के जरिए 90 हजार से ज्यादा और मोमेंटम झारखण्ड के जरिए 50 हजार प्रत्यक्ष तथा डेढ़ लाख अप्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध कराए गए हैं। राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर निजी क्षेत्र में 1 लाख रोजगार देने का लक्ष्य है।
झारखण्ड में डबल इंजन की सरकार : मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी कहते हैं कि झारखण्ड में डबल इंजन की सरकार है, जिसका एक इंजन दिल्ली में है तो दूसरा झारखण्ड में। साथियों, डबल इंजन का फायदा हमें हर क्षेत्र में मिल रहा है। हमें केंद्र सरकार का पूरा समर्थन मिल रहा है। केंद्र की योजनाओं को ईमानदारी के साथ लागू किया जा रहा है। चार वर्ष की इस अवधि में हमने लोकहित कार्यों में कार्यपालिका को सक्रिय किया। अभी कुछ महीने पहले ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने खुद झारखण्ड आकर राज्य को 30 हजार करोड़ रुपये की सौगात दी । देवघर में एम्स और एयरपोर्ट, पतरातू पावर प्लांट और सिंदरी में खाद कारखाना बनने से न सिर्फ राज्य का विकास होगा बल्कि बड़ी तादाद में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। इतना ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना ,प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का शुभांरभ भी रांची से ही हुआ था ।
चार साल में 27 हजार से ज्यादा स्कूलों में बेंच डेस्क : श्री रघुवर दास ने कहा कि 2014 में राज्य में शिक्षा की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं थी। स्कूलोंमें आधारभूत संरचना उपलब्ध नहीं थी तथा शिक्षकों की भी कमी थी। इसमें व्यापक सुधार किया गया है। अब हमारे बच्चे बोरे पर बैठकर नहीं पढ़ते । जब हमारी सरकार बनी तो राज्य के सिर्फ बत्तीस सौ स्कूलों में बेंच डेस्क था जबकि हमने सिर्फ चार साल में 27 हजार से ज्यादा स्कूलों में बेंच डेस्क लगवा दिये हैं। साथ ही विद्यालयों में शौचालय, बिजली, कंप्यूटर तथा आधुनिक प्रयोगशाला की भी व्यवस्था की गयी ताकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। राज्य में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्चतर शिक्षकों की बहाली की गयी। इस कड़ी में आज इस पावन अवसर पर राज्य के उत्क्रमिक प्लस टू विद्यालय के नव चयनित शिक्षकों को नियुक्तिपत्र का वितरण किया जा रहा है। साथ ही 17,784 हाइ स्कूल शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया अंतिम चरण में है। मैं सभी नव नियुक्त प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवघर में एम्स, नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना और 108 एंबुलेंस सेवा : स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी हम लगातार काम कर रहे हैं। झारखण्ड के कुल 68 लाख परिवारों में से 57 लाख गरीब परिवारों का प्रति परिवार 5 लाख रुपये का बीमा भी करवाया गया है। यानि अब किसी भी गरीब को इलाज पर एक भी पैसा खर्च नहीं करना है। हाल ही में कांके में कैंसर अस्पताल का शिलान्यास टाटा ट्रस्ट के सहयोग से हुआ है। 2020 तक ये अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा । यानि अब कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में राज्य की जनता को इलाज हेतु दूसरे राज्यों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान हमारे अन्नदाता हैं और उन्हें कोई परेशानी हो ये मुझे मंजूर नहीं है। किसानो की किसी परेशानी को दूर करने के लिए 24 घंटे की किसान हेल्पलाइन काम करती ही है। साथ ही, हम लगातार अपने किसान भाई बहनों को कृषि की उन्नत तकनीक सीखने के लिए इजरायल भी भेज रहे हैं ताकि वो कम पानी में खेती की तकनीक सीखकर, झारखण्ड के दूसरे किसानों को सिखाएं और किसानों की आय दोगुनी हो। पिछले 4 साल में हमने 13 लाख किसानो को सॉयल हेल्थ कार्ड भी दिये गये हैं। वर्ष 2014 में जहां नहरों से एक लाख 63 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होती थी, वर्ष 2018 में यह बढ़ कर तीन लाख 18 हजार हेक्टेयर हो गयी है। कुल कृषि उत्पादन 48 लाख टन से बढ़कर 68 लाख टन हो गया है। कृषि को बढ़ावा देने के लिए 28 और 29 नवंबर को रांची में ग्लोबल एग्रीकल्चर व फूड समिट का आयोजन भी किया जा रहा।
श्री रघुवर दास ने कहा कि महिला सशक्तिकरण हमारे लिए सिर्फ एक नारा नहीं बल्कि हमारी विचारधारा है : झारखण्ड देश का पहला राज्य है जहां महिलाओं के नाम पर 50 लाख तक की जमीन या मकान की रजिस्ट्री सिर्फ एक रुपये में होती है। अबतक इस योजना का लाभ उठाकर राज्य की 1 लाख 10 हजार से ज्यादा महिलाएं मकान मालकिन बन चुकी हैं। यहीं नहीं झारखण्ड देश का इकलौता ऐसा राज्य है जो प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मिलने वाले गैस कनेक्शन के साथ चूल्हा मुफ्त देता है और पहली बार गैस भरवाने का खर्च भी सरकार उठाती है। अबतक राज्यभर में 15 लाख से ज्यादा गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं। महिलाओं को पुलिस की नियुक्ति 33 फीसदी आरक्षण दिया गया है जिसके तहत 1131 महिलाओं को आरक्षी नियुक्त किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड की आत्मा हमारे आदिवासी समाज की संस्कृति और पंरपरा है : अब झारखण्ड में अगर कोई भोले- भाले आदिवासी भाइयों- बहनों को जबरन या प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने की कोशिश करेगा तो उसे 4 साल की सजा और 1 लाख रुपये जुर्माना का प्रावधान है। प्री मैट्रिक तथा पोस्ट मैट्रिक के तहत जनजातीय समाज के 30 लाख से अधिक बच्चों को 527 करोड़ राशि प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड में पहली बार मानकी, मुंडा, ग्राम प्रधान एवं डाकुवा की तरह राज्य के परगणेत, पराणिक, जोगमांझी, कुड़ाम नायकी, नायकी, गोडैत, मूल रैयत, पड़हा राजा, ग्राम सभा का प्रधान, घटवाल एवं तावेदार लोगों को भी प्रति माह सम्मान राशि दी जायेगी। मानकी को 3000 रुपये, मुंडा को 2000 रुपये, ग्राम प्रधान को 2000 रुपये एवं डाकुवा को1000रुपये की तरह ही राज्य के परगणेत को 1000रुपये, पराणिक को1000रुपये , जोगमांझी को 1000 रुपये, कुड़ाम नायकी को 1000रुपये, नायकी को 1000रुपये, गोडैत को1000 रुपये, मूल रैयत को 1000 रुपये, पड़हा राजा को 1000रुपये, ग्राम सभा का प्रधान को 1000 रुपये, घटवाल को 1000 रुपये एवं तावेदार को 1000रुपये प्रति माह सम्मान राशि दी जाएगी। इसपर प्रतिवर्ष 40 करोड़ रुपये का खर्च किया जाएगा। संघ लोक सेवा आयोग दिल्ली की सिविल सेवा परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा पास करने पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों को एक लाख रुपये मिलेगा।
विकास की बयार गांव- गांव तक पहुंचे : मुख्यमंत्री ने कहा कि संथाली समुदाय के प्रमुख तीर्थ स्थल लुगु बुरु पहाड़ पर लगने वाले मेले को राजकीय मेले का दर्जा दिया गया। विकास की बयार गांव- गांव तक पहुंचे इसी लक्ष्य के साथ आदिवासी बहुल गांवों में आदिवासी ग्राम समिति का गठन किया गया है, 5 लाख तक के विकास कार्य अब समिति द्वारा ही किए जा रहे हैं। आदिवासी समाज के पवित्र स्थलों सरना-मसना, हड़गड़ी और जाहेर स्थलों की घेराबंदी के लिए 1110 योजनाओं को मंजूरी दी गई है। इस वर्ष इस कार्य के लिये 647 नयी योजनाओं को मंजूरी दी गई है। इसी तरह इस साल आदिवासी संस्कृति केंद्र ,मांझी मानकी हाउस,धुमकुड़िया के लिए 20 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है।ये राशि पिछले वर्षों से 6 गुना अधिक है। इसके अंतर्गत 170 योजनाएँ स्वीकृत की जा चुकी हैं ।