जयपुर, 30 सितम्बर : दिव्यांगों की सेवा का कार्य बहुत कठिन है। दिव्यांग हमारे मध्य आज से नहीं है ये समाज में सदैव से रहे हैं। बस संवेदनहीनता के कारण इस क्षेत्र में सेवा कार्य हेतु प्रयास कम हो गए थे। दिव्यांगों को करूणा की आवश्यकता नहीं है, उन्हें आवश्यकता है आत्मीयतापूर्ण अपनत्व एवं सहयोग की। हम अपनत्व की संवेदना से अपने सेवा कार्य को सर्वव्यापी करें यही सच्ची सेवा है। सक्षम के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन अवसर पर अपने वक्तवय में यह बात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक प. पू. डॉ. मोहन भागवत ने कही। भागवत ने बताया कि समाज में पुनरुत्थान का दौर चल रहा है। दिव्यांगता के सभी क्षेत्रों में अखिल भारतीय स्तर पर प्रयासों की आवश्यकता थी। सक्षम ने मात्र 10 वर्षों के प्रयासों से सम्पूर्ण भारत में यह व्यवस्था खड़ी कर ली है। इसके लिए सभी कार्यकर्ता साधुवाद के पात्र हैं। इस क्षेत्र में सेवा दे रहे कार्यकर्ताओं को कर्मशील और चिंतनशील रहकर सहयोग करते हुए दिव्यांगों को समाज के सामान्य वर्ग के बराबर लाना होगा। इस अवसर पर उपस्थित विशिष्ट अतिथि केन्द्रीय सामाजिक अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने केन्द्र सरकार द्वारा दिव्यांगता के क्षेत्र में किए गए कार्यों एवं उपलब्धियों की जानकारी दी। आपने इस क्षेत्र में प्रारम्भ की गई विभिन्न योजनाओं के माध्यम से दिव्यांगों को प्रदान किए गए लाभों के विषय में भी बताया।मंचासीन महानुभावों द्वारा सक्षम का वर्ष 2017-18 का वार्षिक प्रतिवेदन तथा सक्षम स्मारिका का विमोचन किया गया।सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, राजस्थान के मंत्री डॉ. अरूण चतुर्वेदी द्वारा राजस्थान में दिव्यांगता के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के विषय में बताते हुए कहा गया कि दिव्यांगों के यूनिक आई.डी. बनाने में राजस्थान देशभर में प्रथम है। कार्यक्रम में मंच पर जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा एवं सक्षम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दयाल सिंह पंवार भी उपस्थित रहे। दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में देश के 42 प्रांतों के लगभग 1500 से अधिक सक्षम कार्यकर्ता जिनमें 600 से अधिक संख्या में दिव्यांगजन की उपस्थिति रही। समापन सत्र के बाद सभी प्रतिनिधि जयपुर शहर में आयोजित शोभायात्रा में उपस्थित हुए। इस यात्रा का संचालन यूनियन ग्राउण्ड रामनिवास बाग से रामलीला मैदान वाया बड़ी चौपड़ होते हुए किया गया। इस शोभायात्रा में राजकुमार मटाले, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अ0भा0 सह-सेवा प्रमुख; अशोक लाहोटी, महापौर, जयपुर नगर निगम; दीया कुमारी, विधायक, सवाई माधोपुर एवं अन्य गणमान्य महानुभावों तथा जनसामान्य की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।