बच्चों को साइबर बुलिंग से बचाना एक चैलेंज
रांची, 03 सितंबर : विश्व संवाद केंद्र झारखंड के तत्वाधान में “इफेक्ट ऑफ साइबर बुलीइंग ऑन स्टूडेंट एंड सोसाइटी” विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, गेटलसूद में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन इंटरनेशनल रिसर्च एंड डेवलपमेंट एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट शशि भूषण पांडे ने दीप प्रज्वलित कर किया और कहा कि आज के दौर में बहुत से बच्चे साइबर बुलीइंग का शिकार हो रहे हैं।
प्रशिक्षण के विषय विशेषज्ञ सूचना वैज्ञानिक भारत भूषण ने विषय को रखते हुए कहा कि साइबर बुलिंग उन साइबर खतरों में से एक है जिनका सामना बच्चों और युवाओं द्वारा किया जा रहा है। यद्यपि साइबर बुलिंग से कोई भी प्रभावित हो सकता है परन्तु साइबर खतरों के बारे में सीमित समझ होने के कारण बच्चे आसानी से साइबर बुलिंग का शिकार होते जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि साइबर बुलिंग के शिकार बच्चे असामान्य व्यवहार करने लगते हैं जैसे अलग एवं उदास रहना, किसी से बात नहीं करना, कंप्यूटर देखकर डरना ,स्कूल एवं कॉलेज के इवेंट से दूर रहना, अपने सगे संबंधियों के साथ अजीब व्यवहार करना या पढ़ाई में मन नहीं लगना।
भारत भूषण ने छात्रों को साइबर बुलीइंग से बचने के उपाय बताएं साथ ही साथ छात्राओं को सोशल मीडिया पर अपना निजी जानकारी साझा करने से मना किया। उन्होंने यह भी बताया कि अगर आप साइबर बुलिंग के शिकार हो गए हैं तो कैसे उससे बाहर आ सकते हैं।
कार्यक्रम के आयोजक राजेश महतो एवं मुख्य सहयोगी के रूप में शंकर बैठा, वीरेंद्र कुमार, रामचंद्र महतो, सेवाराम महतो, सुखदेव महतो, शिव शंकर महतो, प्रीति कुमारी एवं विक्रम बैठा उपस्थित थे।